भारत एक कृषि प्रधान देश है और यहाँ की बड़ी जनसंख्या आज भी खेती और पशुपालन पर निर्भर है। पशुपालन ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी माना जाता है। हालांकि, प्राकृतिक आपदाओं, बीमारियों और दुर्घटनाओं के चलते पशुपालकों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है। ऐसे में सरकार द्वारा शुरू की गई मंगला पशु बीमा योजना (Mangla Pashu Bima Yojana) पशुपालकों के लिए एक राहत की किरण है।
मंगला पशु बीमा योजना (Mangla Pashu Bima Yojana) का मुख्य उद्देश्य पशुपालकों को उनके पशुओं की मृत्यु या दुर्घटना की स्थिति में आर्थिक सहायता प्रदान करना है। इस योजना के अंतर्गत गाय, भैंस, बैल, बकरी, भेड़ आदि जैसे उपयोगी पशुओं का बीमा किया जाता है, जिससे पशुपालक अप्रत्याशित घटनाओं के समय नुकसान से बच सके।
मंगला पशु बीमा योजना (Mangla Pashu Bima Yojana) के लिए आवेदन पशुपालन विभाग, सरकारी पशु चिकित्सालय या बीमा कंपनी के माध्यम से किया जा सकता है। कुछ राज्यों में यह प्रक्रिया ऑनलाइन भी उपलब्ध है। आवेदन करते समय पशु की फोटो, स्वास्थ्य प्रमाण पत्र, पहचान पत्र, और बैंक खाता विवरण आवश्यक होते हैं।
मंगल पशु बीमा योजना ग्रामीण भारत में पशुपालकों को आर्थिक मजबूती देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह योजना न केवल उनके जोखिम को कम करती है बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर भी बनाती है। अगर आप भी पशुपालन से जुड़े हैं, तो इस योजना का लाभ अवश्य उठाएं और अपने पशुओं को सुरक्षित बनाएं