
KL University (Koneru Lakshmaiah Education Foundation) में आयोजित राष्ट्रीय टेक्नो-मैनेजमेंट फेस्ट “SAMYAK 2025” का शुभारंभ शुक्रवार को भव्य तरीके से हुआ। देश के कोने-कोने से आए हजारों विद्यार्थियों की भारी भागीदारी ने उद्घाटन समारोह को यादगार बना दिया। दो दिनों तक चलने वाले इस फेस्ट में नवाचार (Innovation), रचनात्मकता (Creativity) और आधुनिक तकनीक (Technology) के संगम का शानदार प्रदर्शन देखने को मिल रहा है।
कार्यक्रम का उद्घाटन आंध्र प्रदेश खेल प्राधिकरण (SAAP) के चेयरमैन ए. रवि नायडू ने किया। उनके साथ विश्वविद्यालय के कुलपति (Vice-Chancellor) डॉ. जी.पी.एस. वर्मा, प्रो-वाइस चांसलर डॉ. ए.वी.एस. प्रसाद, समीक अध्यक्ष डॉ. के. राजशेखर राव, और कन्वीनर्स डॉ. ए. श्रीनाथ, डॉ. माधव, डॉ. वी. राजेश, डॉ. कृष्णा रेड्डी, तथा के एल यूनिवर्सिटी, के डीन - इंटरनेशनल रिलेशन, डॉ. किशोर बाबू मौजूद रहे।
मुख्य अतिथि का प्रेरक संदेश
कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए ए. रवि नायडू ने कहा कि, Best Universities in India. KL University ने ऐसा मंच तैयार किया है जहाँ इनोवेशन और सामाजिक प्रगति एक साथ कदम बढ़ा रहे हैं। उन्होंने छात्रों से कहा कि वे ऐसे समाधान विकसित करें जो समावेशी (Inclusive), सस्ती (Affordable) और विस्तारित (Scalable) हों, ताकि देश की तकनीकी प्रगति का सपना साकार हो सके।
उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा क्वांटम मिशन, AI आधारित विकास और रोज़गार सृजन की दिशा में किए जा रहे प्रयासों की भी सराहना की। अपने संबोधन में उन्होंने कहा
उन्होंने SAMYAK 2025 की स्मारिका (Souvenir) भी जारी की और SAAP की ओर से विश्वविद्यालय की खेल और युवा पहलों को पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया।
रिकॉर्ड तोड़ भागीदारी
पहले ही दिन 23 राज्यों से आए लगभग 25,000 छात्रों ने इस फेस्ट में भाग लिया, जो अब तक का रिकॉर्ड रहा।
प्रोजेक्ट एक्सपो (Project Expo) में 450 से अधिक इनोवेटिव प्रोजेक्ट्स प्रदर्शित किए गए जिनमें Artificial Intelligence, Mobility, Health-Tech, Agri-Tech, Sustainability और Embedded Systems जैसे क्षेत्र शामिल थे।
इसके अलावा, 3,000 से अधिक रिसर्च पेपर्स और पोस्टर्स युवाओं ने प्रस्तुत किए। उद्योग विशेषज्ञों द्वारा 256 हैंड्स-ऑन वर्कशॉप्स आयोजित की गईं, जिनमें GenAI, Cloud & DevOps, Cybersecurity, Robotics, AR/VR, और Data Engineering जैसे अत्याधुनिक विषयों पर प्रशिक्षण दिया गया।
नेतृत्व और विज़न
कुलपति डॉ. जी.पी.एस. वर्मा ने कहा कि KL University सदैव Experiential Learning और Outcome-Based Education पर ध्यान केंद्रित करती है, ताकि विद्यार्थी सिर्फ ज्ञान नहीं, बल्कि अनुभव भी हासिल करें।
वहीं प्रो-वाइस चांसलर डॉ. ए.वी.एस. प्रसाद ने कहा कि “SAMYAK, अकादमिक जगत और उद्योग के बीच एक सशक्त सेतु का कार्य कर रहा है।”
चेयरमैन डॉ. के. राजशेखर राव ने इस फेस्ट को राष्ट्रीय स्किलिंग मिशन के अनुरूप बताया और कहा कि यह छात्रों को “सिद्धांत से व्यवहार” तक की यात्रा में मदद करता है।
कन्वीनर डॉ. ए. श्रीनाथ ने सभी फैकल्टी, स्पॉन्सर्स और हजारों स्वयंसेवकों का आभार व्यक्त किया जिन्होंने इस आयोजन को सफलता तक पहुँचाया।
ऊर्जा और उत्साह से भरा परिसर
फेस्ट के पहले दिन KL University का कैंपस एक जीवंत नवाचार केंद्र में तब्दील हो गया था। विश्वविद्यालय के हर कोने में छात्र अपने प्रोजेक्ट्स के लाइव डेमो, प्रोटोटाइप टेस्टिंग और इंटरैक्टिव हैक-स्टॉल्स के ज़रिए अपनी रचनात्मक सोच को साकार कर रहे थे।
विभिन्न विशेषज्ञ पैनलों ने छात्रों के प्रोजेक्ट्स का मूल्यांकन Innovation, Technical Merit, Social Impact और Scalability जैसे मानकों पर किया।
छात्रों में प्रतिस्पर्धा के साथ-साथ सहयोग और सीखने का उत्साह भी देखने को मिला। हर विभाग, हर डिपार्टमेंट, और हर टीम अपनी अनूठी तकनीकी सोच से भविष्य की संभावनाओं को आकार दे रही थी।
KL University में आयोजित SAMYAK 2025 ने न केवल छात्रों की प्रतिभा को मंच दिया, बल्कि यह साबित किया कि भारत के युवा तकनीकी और सामाजिक बदलाव के सबसे बड़े वाहक हैं।
दो दिनों तक चलने वाला यह आयोजन सिर्फ एक फेस्ट नहीं, बल्कि इनोवेशन और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक बड़ा कदम है।
अतं में...
“SAMYAK 2025” की गूंज अब सिर्फ KL University तक सीमित नहीं, बल्कि पूरे देश के युवाओं के मन में नई प्रेरणा जगा रही है। यह आयोजन एक बार फिर साबित करता है कि जब शिक्षा, तकनीक और रचनात्मकता साथ आती हैं, तो बदलाव अवश्य आता है।